नमन शहीदों, नमन जवानों देह त्याग कर देश बचाया तेरे उपकारों से भारत कभी उऋण नहीं हो पाया। नमन शहीदों, नमन जवानों देह त्याग कर देश बचाया तेरे उपकारों से भारत कभी ...
देकर प्राणों की आहुति देखो दिल से निकल गये कल तक तारे थे जो आँख के आसमान में देखो सितारे हो... देकर प्राणों की आहुति देखो दिल से निकल गये कल तक तारे थे जो आँख के आसमा...
चलते चलते महावीर वो, साथी से कुछ बोल पड़ा। कहना मेरी माँ से इतना, शेरों सा वह खूब लड़ा। चलते चलते महावीर वो, साथी से कुछ बोल पड़ा। कहना मेरी माँ से इतना, शेरों सा वह ...
क्या दिवाली, क्या होली? कभी न मनायी उसने ईद। ठोक के सीना हमेशा तत्पर दुश्मन को करता भयभीत। क्या दिवाली, क्या होली? कभी न मनायी उसने ईद। ठोक के सीना हमेशा तत्पर दु...
यदि शिक्षक समाज के नवनिर्माण में अपना समय लगाएगा। तो आशा और नवचेतना से राष्ट्र का पूरा ढा... यदि शिक्षक समाज के नवनिर्माण में अपना समय लगाएगा। तो आशा और नवचेतना से रा...
जान को रखकर हथेली पर कैसे जंग में कूद जाते हो। परिवार का न रख ख्याल हँसते-हँसते बलि चढ़ जाते हो। जान को रखकर हथेली पर कैसे जंग में कूद जाते हो। परिवार का न रख ख्याल हँसते-हँस...